राजधानी रायपुर में दिगवंत शिक्षक विधवाओं द्वारा 10 अगस्त को करने जा रहे हैं सामुहिक आत्मदाह।

राजधानी रायपुर में दिगवंत शिक्षक विधवाओं द्वारा 10 अगस्त को करने जा रहे हैं सामुहिक आत्मदाह।

      ब्रेकिंग न्यूज/राजधानी रायपुर से बड़ी खबर  // दिगवंत शिक्षाकर्मियों ने 10 अगस्त को सामुहिक आत्मदाह करने का अंतिम फैसला लिया गया है साथ ही सामुहिक आत्मदाह की सूचना श्री दणडाधिकारी, श्री अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के माध्यम से भूपेश सरकार व सत्ता में बैठे मंत्रीयो को अंतिम फैसला सामुहिक आत्मदाह करने की सूचना पत्र सौप दिया गया है, अनुकंपा नियुक्ति ना होने के कारण अनुकंपा नियुक्ति शिक्षाकर्मी कल्याण संघ के बैनर तले दिवंगत पंचायत शिक्षक की विधवाओं द्वारा लगातार 304 दिनों से धरने में बैठी है प्रांताध्यक्ष श्रीमती माधुरी मृगे ने राजधानी हलचल टीम को बताया कि दिगवंत शिक्षक के विधवाओं (पत्नियों) द्वारा लगातार 304 दिनों से धरने में बैठ अपनी उचित मांगों के लिए निरंतर संघर्षरत है पर सरकार द्वारा हमारी उचित मांगों को पर संज्ञान नहीं लिया जा रहा है ना ही कोई सकारात्मक पहल की जा रही है सरकार द्वारा हमारी उचित मांगों पर ठोस निर्णय ना लेने से हमें अपनी अधिकारों के लिए दर दर भटकने के लिए छोड दिये जाने के विरोध में हम सभी (समस्त दिवंगत शिक्षक पत्नी, विधवाओं) द्वारा अंतिम फैसला लिया गया कि सरकार अगर हमारी उचित मांगों को 9 अगस्त तक पूरी नहीं करती तो हम सभी दिवंगत विधवाओं द्वारा 10 अगस्त को सामुहिक आत्मदाह करने का अंतिम निर्णय लिया है श्रीमती मृगे ने कहा कि सरकार हमारी उचित मांगों पर संज्ञान लेते हुए ठोस निर्णय नहीं लेती है तो हम सभी विधवाएं बच्चों सहित 10 अगस्त को सामुहिक आत्मदाह करेंगे दिवंगत शिक्षक पति ही हमारा सहारा थे सरकार ने भी अनुकंपा नियुक्ति नियम को जटिल पैच फंसाकर हमें अपनी अधिकारों - अनुकंपा नियुक्ति से वंचित कर दिया जा रहा है हमने सरकार के पास कलेक्टर दर या संविदा नियुक्ति की बात भी रखीं थीं साथ ही बच्चों का भविष्य,शिक्षा तालिम की भी दुहाई दी गई फिर भी सरकार ध्यान नहीं दे रही है जिससे क्षुब्ध होकर हम सभी दिवंगत शिक्षक विधवाओं ने अंतिम फैसला सामुहिक आत्मदाह करने का लिया है सामुहिक आत्मदाह करने की अंतिम सूचना पत्र सरकार के पास श्री दणडाधिकारी व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के माध्यम से प्रस्तुत कर दिया गया है इसके बावजूद सरकार द्वारा हमारी उचित मांगों पर 9 अगस्त तक जल्द फैसला नहीं लेती है तो हम सभी दिवंगत शिक्षक विधवाओं द्वारा बच्चों सहित सामुहिक आत्मदाह करेंगे,
दिगवंत शिक्षाकर्मियों के परिजनों ने दी सामुहिक आत्मदाह करने का अंतिम फैसला ले लिया है, मालूम हो कि दिगवंत शिक्षक पंचायत, नगरीय निकाय संवर्ग के आश्रितों परिजनों को तकनीकी संविलियन मानते हुए अनुकंपा नियुक्ति की मांग रखी गई छत्तीसगढ़ प्रदेश के मैदानी, वनांचल, संवेदनशील घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शिक्षा के क्षेत्र में सेवाएं देते हुए हजारों शिक्षक संवर्ग कर्मचारी दिवंगत होने के उपरांत दिवंगत कर्मचारियों के आश्रित परिजनों की आर्थिक स्थिति दयनीय है चूंकि शिक्षक संवर्ग अनुकंपा नियमों की शर्तें अत्यंत जटिल है अनुकंपा नियुक्ति नियम शर्तें शिथिल कर दिवंगत शिक्षक कर्मचारियों के आश्रित परिजनों को जीविकापार्जन पालन हेतु योग्यतानुसार पंचायत सचिव प्रयोगशाला शिक्षक सहायक ग्रेड -03 व सहायक ग्रेड -02 आदि पदों पर अनुकंपा नियुक्ति की मांग की गई साथ ही दिवंगत शिक्षक की विधवाओं, परिजनों द्वारा समय समय पर जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों को मांग पत्र सौंपकर मांग रखी गई परन्तु पीड़ित परिजनों की आवाज़ अनसुनी करने व शासन द्वारा निराकरण ना किये जाने के विरोध में अनुकंपा नियुक्ति शिक्षाकर्मी कल्याण संघ छ ग द्वारा विगत वर्ष 20 अक्टूबर से लगातार अपनी मांगों के लिए बूढ़ातालाब धरना स्थल रायपुर में निरंतर धरना प्रदर्शन जारी रखते हुए लगातार 304  दिन पुरे हो चूके पर आज तक शासन के कानों में जूं तक नहीं रेंग रहा है जिस पर आज दिवंगत शिक्षक कर्मचारियों के आश्रित परिजनों (धरना स्थल पर मौजूद दिवंगत शिक्षक संवर्ग के आश्रित परिजन) व विधवाओं द्वारा सामूहिक आत्मदाह करने की अंतिम फैसला ले डाली, अनुकंपा नियुक्ति शिक्षाकर्मी कल्याण संघ के प्रांताध्यक्ष श्रीमती माधुरी मृगे ने राजधानी हलचल टीम को पुनः बताया कि आज पूरे 304 दिनों से हम सभी दिवंगत शिक्षक संवर्ग के आश्रित परिजनों, विधवाओं द्वारा तकनीकी संविलियन मानते हुए अनुकंपा नियुक्ति प्रदान करने की मांग रखे जाने पर शासन प्रशासन द्वारा किसी प्रकार संज्ञान ना लिया जाना शासन की नाकामी को दर्शाती नजर आ रही है जो कि हमारे उचित मांगों को नजरंदाज किया जा रहा है श्रीमती मृगे ने यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ शासन के सामान्य प्रशासन विभाग के आदेश क्रं,एफ - 9-30/2021/1/5, नया रायपुर अटल नगर विगत वर्ष सितम्बर 2021 के अनुसार माननीय मुख्यमंत्री के घोषणानुसार दिवंगत शिक्षाकर्मियों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति के लिए पात्रता का परीक्षण कर सुझाव एवं सेवा शर्तें निर्धारित करने को लेकर अपर मुख्य सचिव रेणु पिल्ले की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया तथा जिसकी रिपोर्ट एक माह के अंदर प्रस्तुत किये जाने का दिशा निर्देश जारी किया गया परन्तु आज दिनांक तक रिपोर्ट सार्वजनिक ना किया जाना दिवंगत शिक्षक संवर्ग के आश्रित परिजनों, विधवाओं के जीवन के साथ खिलवाड़ करना व अनुकंपा नियुक्ति से वंचित किये जाने की साज़िश की जा रही है हमारे उचित मांगों को शासन प्रशासन द्वारा विधानसभा सत्र में पारित नहीं किये जाने व अनुकंपा नियुक्ति से वंचित रखें जाने के विरोध में हम सभी दिवंगत शिक्षक संवर्ग कर्मचारी के विधवाओं, पीड़ित परिजनों द्वारा आत्मदाह करने का फैसला लिया गया है जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी सरकार, शासन प्रशासन की होगी, 
 देखना यह है कि क्या भूपेश सरकार दिवंगत शिक्षक विधवाओं को मरता हुआ छोड़ देती हैं या फिर 10 अगस्त के आत्मदाह के पूर्व दिवंगत शिक्षक विधवाओं की उचित मांगों पर ठोस निर्णय लेती है । राजधानी के जनता की निगाहें भूपेश सरकार के ठोस निर्णय लिए जाने पर टिकी हुई है ।