गौठानों से स्व सहायता समूह की महिलाएं बन रही सक्षम

गौठानों से स्व सहायता समूह की महिलाएं बन रही सक्षम
गोइन्दा के महिला समूह को बाड़ी में सब्ज़ी उत्पादन से हुआ 4 लाख रुपए से अधिक का लाभ


रायपुर / छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी गोधन न्याय योजना पशुपालकों एवं किसानों के लिए आर्थिक रूप से  लाभदायक होने के साथ -साथ महिलाओं की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने में मददगार साबित हो रही है।गोधन न्याय योजना से गौपालकों, किसानों, गौठान समितियों और महिला समूह लाभान्वित हो रहे हैं।

      आरंग विकासखण्ड के ग्राम गोइन्दा की जय मां तुलसी समूह की महिलाओं द्वारा गौठान में सब्जी बाड़ी और मुर्गी पालन ने जीवन स्तर में सुधार किया है।सब्जी बाड़ी से जहां समूह की महिलाओं को लगभग 5 लाख रुपए की आमदनी हुई है,वही 3 माह पहले शुरू किए मुर्गी पालन से लगभग 20 हजार रुपए की आमदनी हो चुकी है।सब्जी बाड़ी और मुर्गी पालन से प्राप्त होने वाले अतिरिक्त आय से उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है।महिला समूह की बेनू निषाद,राजबती साहू,सुमित्रा पटेल और खेमिन साहू बताते है कि समूह की सभी महिलाएं मजदूरी का कार्य करती है।योजना शुरू होने के पहले हम सभी महिलाओं को मजदूरी के लिए दूर जाना पड़ता था,और कभी काम मिला तो ठीक,नही तो खाली बैठना पड़ता था।अब योजना प्रारंभ होने से हम महिलाओं को काम के लिए भटकना नहीं पड़ता और अच्छी आमदनी भी हो जाती है।हम सभी महिलाएं प्राप्त होने वाले आमदनी को बच्चों की पढ़ाई और घर की आवश्यक जरूरत की चीजों के लिए उपयोग करते है।समूह की महिलाओं  ने जनहितकारी योजना संचालन करने हेतु प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया है।