भाजपा सरकार पर जताई उम्मीद, किया भरोसा न्याय पाने कि लगाई आश, अवैध कब्जा निस्तारी जलाशय (कुआं) मुक्त कराने
रायपुर न्यूज / प्रशासन व नगर निगम सरकारी जमीन पर अतिक्रमण हटा रहा लेकिन तालाबों , कुआं पर लगातार हो रहे बेजा कब्जे पर ध्यान नहीं है। निस्तारी जलाशय कुआं के उपर तक मकान व बिल्डिंग तनती जा रही हैं।
निगम रिकार्डों में निस्तारी जलाशय तालाब, कुआं सरकारी दस्तावेजों सुरक्षित नजर आ रही है लेकिन जमीनी स्तर पर निस्तारी तालाब, कुआं गायब हैं। जिनका जवाब जिम्मेदार लोगों के पास नहीं है ऐसे ही एक मामले में निस्तारी जलाशय कुआं में अवैध कब्जा हो चुका है। सूत्रों के अनुसार निगम का दावा है कि तालाबों , कुआं से इस बार कब्जा हटाए जाएंगे। सात वर्ष पूर्व उद्योगों को शहर व जिले के तालाबों को सीएसआर के तहत तालाबों के संरक्षण व सौंदर्यीकरण का जिम्मा दिया गया था, लेकिन तीन-चार को छोड़कर बाकी तालाब बदहाल पड़े हुए हैं। राजस्व विभाग और नगर निगम द्वारा कार्रवाई नहीं किए जाने से इन दिनों भू माफिया और अतिक्रमणकारियों के हौसले सातवें आसमान पर हैं। नगर निगम क्षेत्र में गिनती के ही तालाब , कुआं ही बचे हैं। इन तालाबों , कुआं की जमीन भी खतरे में है। कई तालाबों , कुआं की जमीन पर कब्जा हो चुका है। निगम भी जमीन बचाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। सालों से तालाबों , कुआं का सीमांकन नहीं किया गया।
इन तालाबों , कुआं को कब्जा मुक्त कराकर इनका सौंदर्यीकरण, पचरी निर्माण कराया जाना चाहिए था ताकि न केवल लोगों को निस्तारी की सुविधा मिले बल्कि शहर को भूजल स्तर भी बना रहे,अब यहां धीरे-धीरे अतिक्रमण लगातार जारी है।
मालूम हो कि हवलदार अब्दुल हमीद वार्ड क्रं,35 के अंतर्गत सुभाष नगर उत्कल बस्ती के तेलुगु पारा के पास पुराना निस्तारी कुआं हुआ करता था जिसमें इन क्षेत्रों के लोगों का निस्तार होता था इस कुएं में भीषण गर्मी में भी 50, फ़ीट पर पानी रहता था जिसमें भीषण गर्मी में भी बस्ती वालों को जल संकट का सामना नहीं करना पड़ता था परन्तु इन दो वर्षों में उत्कल बस्ती वालों को जल संकट का सामना करना पड़ रहा है चूंकि निस्तारी जलाशय कुआं को पाटकर अवैध कब्जा कर जलाशय कुआं को अपने कब्जे में कर लिया गया है मालूम हो कि जोन क्रमांक 02 अंतर्गत एक कांग्रेसी नेता मतलुब अली नामक के द्वारा दो वर्ष पूर्व दबाव बनाते हुए उक्त जलाशय कुआं को पाटकर कब्जा कर लिया गया है शिकायतकर्ताओं ने बताया कि पूर्व से ही निस्तारी जलाशय कुआं पर अवैध रूप से कब्जा होने कि शिकायत कि गई लेकिन कांग्रेस शासन होने के कारण किसी भी विभागों द्वारा शिकायत पर संज्ञान लेना जरूरी नहीं समझा गया ना ही किसी प्रकार कार्यवाही कि गई निस्तारी जलाशय कुआं बंद होने से यहां के लोगों को गर्मी में भीषण जलसंकट का सामना करना पड़ता है निस्तारी हेतु दुर दुर जाकर पानी लाना पड़ता है पानी, जलसंकट के कारण काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है शिकायतकर्ताओं निवासियों ने बताया कि अब भाजपा शासन से आशा कि किरण नज़र आ रही है कि हमारी मूलभूत सुविधा जो निस्तारी जलाशय कुआं अवैध कब्जा में है उसे मुक्त कराकर जलसंकट दुर कर छुटकारा दिलाई जाने तथा उक्त निस्तारी जलाशय कुआं पर एक बोरवेल कर क्षेत्रवासियों के पानी जल समस्या का निराकरण हो सकें पीड़ित क्षेत्रवासियों ने इस गंभीर समस्या को लेकर जिला कलेक्टर, आयुक्त नगर निगम मुख्यालय, जोन कमिश्नर जोन क्रमांक 02 रायपुर के समक्ष कांग्रेस नेता द्वारा निस्तारी जलाशय कुआं को बंद किए जाने कि शिकायत कि गई है, देखना यह बाकी है कि पीड़ित क्षेत्रवासियों को कहां तक राहत मिलती है या फिर किसी राजनीतिक के शिकार होते हैं।
शिकायतकर्ताओ में क्षेत्रवासियों सहित क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों के साथ घनश्याम रक्सेल, तरूण कुमार बाघ,संजय तांडी,रूंका तांडी, लक्ष्मी सोनी आदि भारी संख्याओं में क्षेत्र निवासियों ने शिकायत कर निस्तारी जलाशय (कुआं) को अवैध कब्जा से मुक्त कराने कि मांग कि गई है।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का पालन नहीं कर रहे अफसर
सर्वोच्च न्यायालय का आदेश है कि किसी भी व्यक्ति द्वारा तालाब, जलाशय कुआं,पोखरेल या फिर किसी तरह की सार्वजनिक संपत्ति पर कब्जा नहीं किया जा सकता है।