डॉ भीमराव अम्बेडकर चिकित्सालय में अनियमितता पाऐ जाने पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के मांग पत्र पर खून घोटाला उजागर
ब्रेकिंग न्यूज/ खुलासा/ छत्तीसगढ़ रायपुर के सबसे बड़े शासकीय अस्पताल डा, भीमराव अम्बेडकर चिकित्सालय में ब्लड बैंक में (ख़ून) की कमी, ब्लड व्यवस्था कर ब्लड उपलब्ध कराई जाने को लेकर अत्यधिक पैसे वसूले जाने तथा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में देरी होने उपलब्ध कराने को लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रतिनिधि मंडल द्वारा स्वास्थ्य मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर मांग कर अम्बेडकर चिकित्सालय में पाई जा रही अनियमितता में सुधार किये जाने को लेकर मांग की गई है जिस पर जांच शुरू किया गया जांच मे गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा लगाए गए आरोप सही पाया गया है अकाउंट और सुपरवाइजर ने 800 यूनिट ख़ून की कालाबाजारी करने की बात स्वीकार की गई है डॉ भीमराव अम्बेडकर चिकित्सालय में भारी मात्रा में ख़ून घोटाला किया जाना बेहद निंदनीय कृत्य है चूंकि कई मरीज ऐसे भी हैं जिन्हें ख़ून नहीं मिल पाने के अभाव में अपनी जान तक गंवानी पड़ी, जांच कमेटी के प्रथम दृष्टतया जांच में ख़ून घोटाला पाया गया है खून घोटाले में शामिल कई संलिप्त लोगों से अभी पूछताछ बाकी होने से खून घोटाला जांच जारी है गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के रायपुर संभाग अध्यक्ष फरीद कुरैशी ने बताया कि खून घोटाले मामले में निष्पक्ष जांच कर उन सभी लोगों की पहचान की जाये जो मरीजों के जीवन से खिलवाड़ कर खून की हेराफेरी की गई है गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश महासचिव अजय चकोले, प्रदेश प्रवक्ता लाल बहादुर यादव ने कहा कि खून घोटाले मामले में संलिप्त कर्मचारी, अधिकारी को तत्काल पद मुक्त किया जाए तथा नेशनल ब्लड एक्ट के तहत शिकायत प्रस्तुत किया जाये जिससे कानून प्रावधान अनुसार दंडित किया जा सके साथ ही गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के रायपुर संभाग अध्यक्ष फरीद कुरैशी, ने बताया कि ऐसे कर्मचारियों अधिकारियों की पहचान की जाये जो ऐसे घृणित कार्य कर मरीजों के जीवन से खिलवाड़ करते नजर आ रहे हैं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने इस ख़ून घोटाले में शामिल तमाम लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया व तत्काल प्रभाव से पद मुक्त किया जाए साथ ही ऐसे घृणित कार्य दोबारा ना दोहराई जा सकें जिससे ख़ून की कालाबाजारी रोका जा सके, सवाल यह है कि तमाम जिम्मेदारियों के मौजूदगी में इतना बड़ा ख़ून की कालाबाजारी, खून घोटाला को किस तरह अंजाम दिया गया अब देखना बाकी है कि खून घोटाला की कालाबाजारी कैसे रोका जा सकेगा।