राजनीतिक दलों के समक्ष मॉकपोल की प्रक्रिया भी संचालित की जा रही
भारत निर्वाचन आयोग के प्रोटोकॉल के अनुसार एफएलसी में ईवीएम/वीवीपैट की साफ-सफाई, प्रामाणिकता एवं शुद्धता की जांच
राजनीतिक दलों के समक्ष मॉकपोल की प्रक्रिया भी संचालित की जा रही
निर्वाचन में एम-3 मॉडल की ईवीएम/वीवीपैट मशीनों का होगा उपयोग, इस मॉडल की मशीनों से यहां पहले भी हो चुके हैं चुनाव
राज्य में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी निर्वाचन संपन्न कराने के लिए ईवीएम/वीवीपैट मशीनों की प्रथम स्तरीय जांच (First Level Checking) भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार की जा रही है। आयोग द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मशीनों की प्रथम स्तरीय जांच में साफ-सफाई, मशीनों की प्रामाणिकता की जांच, राजनीतिक दलों के समक्ष मॉकपोल की प्रक्रिया का संचालन, मशीनों की शुद्धता की जांच इत्यादि कार्यवाही की जा रही है।
राज्य में आगामी विधानसभा आम निर्वाचन में एम-3 मॉडल की ईवीएम/वीवीपैट मशीनों का उपयोग होगा। प्रदेश में विगत निर्वाचनों में भी इस मॉडल की मशीनों का प्रयोग किया जा चुका है। वर्तमान में विभिन्न जिलों में उपलब्ध ईवीएम/वीवीपैट मशीनों का आगामी विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2023 में उपयोग के लिए भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार प्रथम स्तरीय जांच इलेक्ट्रॉनिक कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, हैदराबाद के अधिकृत/प्रशिक्षित इंजीनियर्स के माध्यम से सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में जिला मुख्यालयों में किया जा रहा है।