बसपा और गोगपा की महागठबंधन क्या रूप ले रही हैं समझ से परे है।
ब्रेकिंग न्यूज/ रायपुर -- चुनावी दौर चल रहा है सभी दल - पार्टी अपने अपने स्तरो पर चुनाव प्रचार प्रसार में लगे हुए हैं कुछ उम्मीदवारों द्वारा नामांकन पत्र दाखिल किया जा रहा है वहीं राजनैतिक दल बहुजन समाज पार्टी व गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने आपस में महागठबंधन कर अपने अपने उम्मीदवारों को चिंहित विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारने को लेकर गठबंधन किया है पर यह महागठबंधन ज्यादा देर नहीं चल पाई मालूम हो कि बसपा और गोगपा ने आपस में महागठबंधन कर रायपुर विधानसभा क्षेत्र के रायपुर उत्तर विधानसभा, रायपुर दक्षिण विधानसभा, रायपुर पश्चिम विधानसभा, तथा रायपुर ग्रामीण विधानसभा से बहुजन समाज पार्टी ने अपने उम्मीदवार उतारने की गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से महागठबंधन कर अपने उम्मीदवार खड़े किए परन्तु महागठबंधन किए जाने के बावजूद गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने महागठबंधन समझौता के विपरित रायपुर दक्षिण विधानसभा से अपने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी उम्मीदवार खड़े कर महागठबंधन तोड़ते हुए नजर आ रही है वहीं बहुजन समाज पार्टी ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के चिंहित विधानसभा क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार खड़े कर दिए हैं जिससे यह साफ तौर पर दिखाई दे रही है कि बसपा और गोगपा के बीच हुई महागठबंधन का कोई अस्तित्व नहीं रहा बसपा और गोगपा के विश्वनीय सूत्रों के अनुसार दोनों दलों द्वारा महागठबंधन पर अमल ना कर महागठबंधन के विपरित जाकर अपने अपने विधानसभा क्षेत्र से पार्टी उम्मीदवार खड़े कर चुनावी रणनीति तैयार की जा रही है सूत्रों का कहना है कि जैसे जैसे चुनावी तारीख नजदीक आ रही है वैसे ही दोनों दलों द्वारा अपने उम्मीदवार खड़े किए जा रहे हैं जिससे यह साफ हो गया है कि दोनों दलों के बीच हुई महागठबंधन - समझौता नहीं रहीं है मालूम हो कि दोनों दलों द्वारा अपने उम्मीदवारों के प्रचार प्रसार, स्टार प्रचारक,व अन्य चुनावी घोषणाओं के मद्देनजर तैयारियां अभी तक शुरू नहीं किया जाना कहीं ना कहीं महागठबंधन पर सवालियां निशान लगते दिख रहे हैं ज्ञात हो कि हाल ही में बसपा और गोगपा ने महागठबंधन किया है पंरतु गठबंधन के कुछ ही दिनों बाद गोगपा ने रायपुर दक्षिण विधानसभा से अपने पार्टी उम्मीदवार अजय चकोले को खड़ा किए वहीं बसपा ने उसी रायपुर दक्षिण विधानसभा से अपने पार्टी उम्मीदवार एड कु, मोनिका को उम्मीदवार बनाकर चुनावी मैदान में उतारा है ऐसे कुछ और भी चुनावी क्षेत्रों की स्थिति ऐसी स्थिति बनी हुई है दोनों दल आपस में महागठबंधन कर ज्यादा देर तक नहीं चल पाया जिससे दोनों दलों ने चुनावी विधानसभा क्षेत्रों में अपने अपने पार्टी उम्मीदवारों को खड़ा कर दिए दोनों दलों के बीच गठबंधन क्या रूप ले रही है यह समझ से परे है देखना यह बाकी है कि दोनों दलों द्वारा महागठबंधन पर क्या खेल खेलने वाली है या फिर स्वतंत्र होकर दोनों दल अपने अपने उम्मीदवारों को खड़े कर चुनावी मैदान में उतारा जा रहा है।