मृत हैंडबॉल खिलाड़ी बच्चे की मौत पर आया नया मोड़,कोच व मैनेजर बदल रहे बयान,

मृत हैंडबॉल खिलाड़ी बच्चे की मौत पर आया नया मोड़,कोच व मैनेजर बदल रहे बयान,

ब्रेकिंग न्यूज/  छत्तीसगढ़ हैंडबॉल टीम द्वारा गुवाहाटी असम में राष्ट्रीय प्रतियोगिता खेलने टीम गई हुई थी टीम के सारे खिलाड़ी बच्चे खेल पाते उससे पहले एक खिलाड़ी बच्चे की संदेहास्पद घाट में डूबने से मौत हो गई मृतक के पिता ने खुलासा किया कि बच्चे के संबंध में खबर मिलते ही वह हावड़ा (कलकत्ता) के लिए निकल पड़े, हावड़ा पहुंच कर संबंधित थाने में लिखित शिकायत की है कि उनका पुत्र 15 वर्ष का है दिनांक 24/0323 को रायपुर से हावड़ा के लिए सभी खिलाड़ी बच्चों के साथ टीम के कोच सैय्यद इमरान अली टीम मैनेजर हिमांशु साहू ट्रेन से हावड़ा पहुंचे ट्रेन हावड़ा रेल्वे स्टेशन पर सुबह 9 बजे पहुंची दोपहर के 12,05 मिनट पर मैनेजर हिमांशु साहू द्वारा चांदमारी घाट नदी पर नहाने सभी खिलाड़ी बच्चों को ले जाया गया था जिस पर एक खिलाड़ी बच्चे की डूबने से मौत हो गई टीम मैनेजर हिमांशु साहू से पुछताछ पर हिमांशु द्वारा अपने बयान (कथन) बदलना किसी साजिश की ओर इशारा करती है हिमांशु साहू द्वारा अपने बयान में कहा गया है कि मृत खिलाड़ी बच्चा शिरान घाट से नहाकर सबसे पहले निकला और कपड़ा चेंज कर चश्मा खरीदने चला गया दुसरे बयान में कहा गया कि मृत खिलाड़ी बच्चे का कपड़ा, चप्पल, अन्य सामान घाट पर मिला व बच्चा नहीं दिखाई दिया हिमांशु द्वारा बार बार बयान बदलना संदेहास्पद नजर आ रही है मृत बच्चे के पिता ने यह भी बताया कि टीम के कोच सैय्यद इमरान अली व तीन चार खिलाड़ी बच्चे नशे की हालत में थे तथा मेरे बच्चे के साथ उनका बहस हुआ था पिता का कहना है कि इन लोगों के ऊपर मुझे शंका है कि मेरे बच्चे की मौत पर इनका हाथ है जो ये सच्चाई छिपा रहे हैं पिता का कहना है कि उनके द्वारा पुलिस थाने में लिखित शिकायत किया गया है इन सभी लोगों से पूछताछ किया जाये चूंकि टीम के कोच सैय्यद इमरान अली टीम मैनेजर हिमांशु साहू द्वारा बार बार अपने बयान से मुकरा जाना मेरे बच्चे की हत्या करने साजिश रचने का संदेहास्पद बातें नजर आ रही है और सही तथ्यों को छिपाने का पुरजोर कोशिश किया जा रहा है सवाल यह है कि जब जब सारे बच्चे घाट पर नहा रहें थे तब उस घाट पर कोच व मैनेजर मौजूद थे फिर मृत खिलाड़ी बच्चा गायब व डूबने से मौत कैसे हो  गई , डूबते हुए बच्चे को क्यों नहीं बचाया गया सवाल यह भी खड़े हो रहे हैं कि टीम के कोच व मैनेजर के सामने मृत खिलाड़ी बच्चा शिरान कैसे गायब हो गया, कोच व मैनेजर अपने जिम्मेदारी से कैसे पीछे हटे व जिम्मेदारी से पीछे हटकर कार्य करते नजर आ रहे हैं कहीं ना कहीं पुरे घटनाक्रम की सच्चाई को दबाया जा रहा है ऐसी लापरवाही होने से कोई भी पालकगण अपने बच्चों को राज्य, राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में खेलने कैसे भेज सकते हैं जब इस तरह की घटनाएं व लापरवाही की जाती हों हावड़ा पुलिस निष्पक्ष जांच करतीं हैं व अन्य सभी खिलाड़ी बच्चों से अलग अलग पूछताछ कर बयान लेती है तो घटना (हादसे) की वास्तविकता , सच्चाई सामने आयेंगी मृत खिलाड़ी बच्चे के पिता ने बताया कि जब हावड़ा पुलिस थाने में लिखित शिकायत कर टीम के कोच सैय्यद इमरान अली व टीम मैनेजर हिमांशु साहू पर हत्या करने की शंका जताई गई  है तो पुलिस ने इनके खिलाफ मामला दर्ज ना करने पर संदेह पैदा करतें नजर आ रही है, यह देखना बाकी है कि हावड़ा पुलिस हत्यारों तक पहुंचती है या फिर हत्या के मामले को दूसरा रूप देती है।