स्कूली मासूम बच्चों कि जान ख़तरे में, मोबाइल टावर के विकिरण के चपेट में आने से मानसिक विकृतियों / कैंसर होने कि कगार पर,
स्कूली मासूम बच्चों कि जान ख़तरे में, मोबाइल टावर के विकिरण के चपेट में आने से मानसिक विकृतियों / कैंसर होने कि कगार पर,
रायपुर न्यूज / आऐ दिन हर वार्डों में कई तरह के मोबाइल टावरों का निर्माण कुछ मकान मालिक चंद रूपए / पैसों कि लालच में लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने से पीछे नहीं हट रहे वे रहवासियों के बीच रह रहे छोटे बच्चों, बुजुर्गों, तथा गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य कि परवाह किए बगैर अपनी मनमानी करते हुए चंद रूपए पैसों कि लालच में आकर अपने मकानों के छत पर मोबाइल टावरों का निर्माण करवा रहे हैं जो कि यह पुरी तरह से ग़लत है साथ ही रहवासियों के सहमति बगैर मोबाइल टावरों को अपने मकान के छतो पर स्थान देकर निर्माण करवाया जा रहा है ऐसे ही एक मामला शिवानंद नगर के ही ठक्कर बापा वार्ड क्र 17 अंतर्गत विनायक विहार स्थित सांई के,एम, वर्ल्ड स्कूल (प्राईमरी स्कूल) भी पीछे नहीं हटा बल्कि छोटे स्कूली बच्चों कि जान ख़तरे में डाला जा रहा है जिससे मोबाइल टावर के विकिरण कि चपेट में आने से स्कूली बच्चों के साथ ही रहवासी मानसिक विकृतियों, कैंसर बीमारी के शिकार होने से इंकार नहीं किया जा सकता है साथ ही शिवानंद नगर स्थित तमाम लगे मोबाइल टावरों पर आकाशीय बिजली गिरने कि प्रबल संभावना बनी रहती है जो जान - माल के लिए हानिकारक है मालूम हो कि लगातार शिवानंद नगर में मोबाइल टावरों के निर्माण को लेकर नगरवासियों द्वारा विरोध किया जा रहा है इसी क्रम में पूर्व शिवानंद नगर से, 03 झंडा चौक गोंदवारा रोड रहवासी महिलाओं / पुरूषों द्वारा अपनी विरोध जताकर संबंधित विभागों में शिकायत दर्ज कर अवैध टावरों की निर्माण पर रोक लगाने कि अनुरोध - मांग कि गई है साथ ही विनायक विहार - शिवानंद नगर सांई मंदिर के रहवासियों द्वारा अपनी शिकायत जिला कलेक्टर,जोन आयुक्त, पश्चिम विधानसभा क्षेत्रीय विधायक, थाना प्रभारी - थाना खमतराई को शिकायत पत्र प्रस्तुत कर अवैध मोबाइल टावरों से रहवासी / छोटे बच्चे / स्कूली बच्चों / बुजुर्ग नागरिकों / गर्भवती महिलाओं को होने वाली बिमारियों - परेशानियों से अवगत कराकर अपनी शिकायत प्रस्तुत किया गया है नगर निवासियों ने राजधानी हलचल टीम को बताया कि समय रहते जल्द से जल्द शिकायत पर संज्ञान लेकर उक्त टावरों पर कार्यवाही कर नहीं हटाया गया तो तमाम रहवासी सड़क कि लड़ाई लड़ने तथा उग्र आंदोलन / धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य हैं जिसका संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन, टावर मालिक, कर्मचारी, मकान मालिक होंगे ।