छत्तीसगढ़ के हित में जनता के हितों पर अहम फैसला लेंगे।की है। योजना के तहत हर साल 20 हजार यात्रियों को दर्शन के लिए अयोध्या ले जाया जाएगा।
रायपुर न्यूज/ छत्तीसगढ़ सरकार ने 'मोदी की विचारधारा' में एक और मुहर लगा दी है। प्रदेश के लोग राम लला के दर्शन के लिए अयोध्या ले जायेंगे। रविवार देर शाम परमाणु ऊर्जा निगम की बैठक के बाद इसकी घोषणा की गई। वहीं सरकार ने नवीन भारत को नया महाधिवक्ता नियुक्त किया है। 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। ऐसे में राज्य सरकार ने 'राम लला दर्शन' योजना की शुरुआत रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने 'मोदी की विचारधारा' में एक और मुहर लगा दी है। प्रदेश के लोग राम लला के दर्शन के लिए अयोध्या ले जायेंगे। रविवार देर शाम परमाणु ऊर्जा निगम की बैठक के बाद इसकी घोषणा की गई। वहीं सरकार ने नवीन भारत को नया महाधिवक्ता नियुक्त किया है। 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। ऐसे में राज्य सरकार ने 'राम लला दर्शन' योजना की शुरुआत की है। योजना के तहत हर साल 20 हजार यात्रियों को दर्शन के लिए अयोध्या ले जाया जाएगा। पर्यटन विभाग इसके लिए बजट बजट उपलब्ध कराता है।
अयोध्या दर्शन के लिए ये है जरूरी शर्त
छत्तीसगढ़ राज्य का मूल निवासी हो। 18 से 75 आयु वर्ग के जो जिला मेडिकल बोर्ड के स्वास्थ्य परीक्षण में सक्षम पाए जाएंगे, उन्हें यात्रा की पात्रता होगी। बच्चों के लिए संभवतः उनके परिवार से कोई एक सदस्य साथ में रहेगा। प्रथम चरण में 55 वर्ष से ऊपर के यात्रियों को यह सुविधा उपलब्ध होगी। इसके बाद अन्य आयु वर्ग के लोगों को भी यह सुविधा दी जाएगी। इसके लिए प्रत्येक जिले में नामांकन की सूची में श्री रामलला दर्शन समिति बनाई जाएगी। प्रत्येक समिति कोटा के अनुसार हितग्राहियों का चयन करती है। यात्रा की दूरी करीब 900 किलोमीटर होगी। इसके लिए भारतीय रेलवे कैटरिंग एवं टूरिज्म कार्पोरेशन (थ्रासीटीसी) के साथ छत्तीसगढ़ मंडल विडोयू विजिट करें। सुरक्षा, स्वास्थ्य, भोजन, स्थानों के दर्शन, स्थानीय परिवहन और एस्कर्ट की व्यवस्था के दौरे के दौरान रेलवे ही यात्रा करती है। हितग्राहियों को उनके निवास स्थान से संबंधित रेलवे स्टेशन तक लाने और वापस ले जाने की व्यवस्था संबंधित जिले में ले जाया जाएगा। इसके लिए उन्हें बजटीय फ्लैट्स मिलेंगे। प्रत्येक जिले से यात्रियों के साथ एक सक्षम कर्मचारी अधिकारी या एक छोटा दल भेजा जाता है। यात्री दुर्ग-रायपुर, रायगढ़ और अंबिकापुर से ट्रेन के माध्यम से जाएंगे। वर्तमान में प्रत्येक सप्ताह में एक ट्रेन उपलब्ध होगी। यात्रियों की संख्या के अनुसार आगे बढ़ा जा सकता है।
विश्वनाथ बाबा के दर्शन के साथ गंगा आरती में भी शामिल होंगे, यह
यात्रा अयोध्या धाम तक ही होगी। हालाँकि इसके साथ ही वाराणसी में एक दिन का रात्रि विश्राम भी होगा। इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर, गंगा आरती के दर्शन का लाभ भी यात्रियों को मिल सकता है।
अब हर सप्ताह होगी बैठक
इसके साथ ही नई सरकार ने अब हर सप्ताह होगी बैठक करने का फैसला लिया है। कैबिनेट मंत्री बाबर मोहन अग्रवाल ने बताया कि सरकार ने तय किया है कि हर रविवार को मंत्रिमंडल की बैठक होगी। छत्तीसगढ़ के हित में जनता के हितों पर अहम फैसला लेंगे।की है। योजना के तहत हर साल 20 हजार यात्रियों को दर्शन के लिए अयोध्या ले जाया जाएगा। पर्यटन विभाग इसके लिए बजट बजट उपलब्ध कराता है।
अयोध्या दर्शन के लिए ये है जरूरी शर्त
छत्तीसगढ़ राज्य का मूल निवासी हो। 18 से 75 आयु वर्ग के जो जिला मेडिकल बोर्ड के स्वास्थ्य परीक्षण में सक्षम पाए जाएंगे, उन्हें यात्रा की पात्रता होगी। बच्चों के लिए संभवतः उनके परिवार से कोई एक सदस्य साथ में रहेगा। प्रथम चरण में 55 वर्ष से ऊपर के यात्रियों को यह सुविधा उपलब्ध होगी। इसके बाद अन्य आयु वर्ग के लोगों को भी यह सुविधा दी जाएगी। इसके लिए प्रत्येक जिले में नामांकन की सूची में श्री रामलला दर्शन समिति बनाई जाएगी। प्रत्येक समिति कोटा के अनुसार हितग्राहियों का चयन करती है। यात्रा की दूरी करीब 900 किलोमीटर होगी। इसके लिए भारतीय रेलवे कैटरिंग एवं टूरिज्म कार्पोरेशन (थ्रासीटीसी) के साथ छत्तीसगढ़ मंडल विडोयू विजिट करें। सुरक्षा, स्वास्थ्य, भोजन, स्थानों के दर्शन, स्थानीय परिवहन और एस्कर्ट की व्यवस्था के दौरे के दौरान रेलवे ही यात्रा करती है। हितग्राहियों को उनके निवास स्थान से संबंधित रेलवे स्टेशन तक लाने और वापस ले जाने की व्यवस्था संबंधित जिले में ले जाया जाएगा। इसके लिए उन्हें बजटीय फ्लैट्स मिलेंगे। प्रत्येक जिले से यात्रियों के साथ एक सक्षम कर्मचारी अधिकारी या एक छोटा दल भेजा जाता है। यात्री दुर्ग-रायपुर, रायगढ़ और अंबिकापुर से ट्रेन के माध्यम से जाएंगे। वर्तमान में प्रत्येक सप्ताह में एक ट्रेन उपलब्ध होगी। यात्रियों की संख्या के अनुसार आगे बढ़ा जा सकता है।
विश्वनाथ बाबा के दर्शन के साथ गंगा आरती में भी शामिल होंगे, यह
यात्रा अयोध्या धाम तक ही होगी। हालाँकि इसके साथ ही वाराणसी में एक दिन का रात्रि विश्राम भी होगा। इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर, गंगा आरती के दर्शन का लाभ भी यात्रियों को मिल सकता है।
अब हर सप्ताह होगी बैठक
इसके साथ ही नई सरकार ने अब हर सप्ताह होगी बैठक करने का फैसला लिया है। कैबिनेट मंत्री बाबर मोहन अग्रवाल ने बताया कि सरकार ने तय किया है कि हर रविवार को मंत्रिमंडल की बैठक होगी। छत्तीसगढ़ के हित में जनता के हितों पर अहम फैसला लेंगे।