बडा खुलासा रायपुर में स्थानीय निवासियों की मतदाता सूची से नाम हो रहा गायब, किसी बड़ी साज़िश की ओर इशारा

बडा खुलासा रायपुर में स्थानीय निवासियों की मतदाता सूची से नाम हो रहा गायब, किसी बड़ी साज़िश की ओर इशारा

ब्रेकिंग न्यूज रायपुर/ रायपुर छ ग में चुनावी दौर के दौरान राजनीति का ग़लत तरीके से इस्तेमाल  किए जाने का मामला सामने आ रही है मामला छ ग रायपुर के अब्दुल हमीद वार्ड से है मालूम हो कि इस वार्ड के स्थानीय निवासियों की मतदाता सूची से नाम कटवाने का सिलसिला जारी है स्थानीय निवासी तथा भाजपा के जवाहर नगर मंडल उपाध्यक्ष घनश्याम रक्सेल ने बताया कि अब्दुल हमीद वार्ड के स्थानीय निवासियों के मतदाता सूची में नाम शामिल रहा है इसी क्रम में विधानसभा चुनाव में मतदान किया गया है परंतु किसी भी ऐसे व्यक्ति द्वारा आवेदन नहीं किया गया जिससे उनका नाम स्थानीय निवास स्थान से नाम काटा जा सके परंतु यह सिलसिला निरंतर रूप से जारी होते हुए स्थानीय लोगों का निवास स्थान व मतदान सूची से नाम को काटा जा रहा है स्वयं भाजपा नेता घनश्याम रक्सेल इन समस्या से अपने आप को नहीं बचा पाए घनश्याम रक्सेल का नाम भी अब्दुल हमीद वार्ड मतदाता सूची से काटा गया इसी क्रम में उक्त निवास स्थान के रहवासी तरुण कुमार बाघ, लोचन कुमार बाघ का नाम भी अब्दुल हमीद वार्ड के मतदाता सूची से नाम काटा गया है पीड़ित घनश्याम रक्सेल, तरूण कुमार बाघ, लोचन कुमार बाघ ने बताया कि हमारी ओर से मतदाता सूची से नाम हटायें जाने को लेकर किसी प्रकार का आवेदन नहीं किया गया है फिर किस आधार पर किन दस्तावेजों को प्रमाणित मानकर हमारे नाम को मतदाता सूची से हटाया गया, घनश्याम रक्सेल ने बताया कि ऐसा ही एक मामला 8/01/2024 में थाना रेंगाखार ग्राम सिवनीखुर्द के मतदाता सूची में ग़लत तरीके से लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 31 क एवं ख का उलंघन करते हुए मिथ्या घोषणा कर मुरलीधर यदु, कुंजबिहारी यदु,भरतेश परमार, सुरेश चंद्र यदु, के द्वारा नियमों का उलंघन करते हुए अपना नाम ग़लत तरीके से स्थानीय मतदाता सूची में जोड़ा गया जो कि शिकायत के आधार पर जांच में इन सभी के खिलाफ अपराध धारा 197,198 भारतीय दण्ड विधान की धारा के तहत मामला दर्ज किया गया भाजपा मंडल उपाध्यक्ष घनश्याम ने आरोप लगाया कि ऐसी ही स्थिति रायपुर के अनेकों वार्डों में देखा जा सकता है अगर सरकार के आदेश पर निर्वाचन आयोग द्वारा भू सत्यापन किया जाऐ तो कई ऐसे मामले देखने को मिल जाएंगे क्योंकि बाहरी व्यक्तियों का नाम स्थानीय मतदाता सूची में ग़लत तरीके अपनाकर बाहरी लोगों को जोड़ा गया तथा स्थानीय निवासियों के नामों को बिना सत्यापन किए बगैर उनका नाम स्थानीय मतदाता सूची से नाम हटाकर गायब किया जाना किस ओर इशारा करते दिख रहा है यह समझ से परे है, विश्वशनीय सूत्रों के अनुसार यह भी कहा जा रहा है कि कहीं ना कहीं बडी साजिश रची जा रही है समय रहते  भौतिक सत्यापन निष्पक्ष रूप से जांच किया जाएं तो बाहरी व्यक्तियों की पहचान आसानी से किया जा सकता है अब्दुल हमीद वार्ड के स्थानीय निवासियों का आरोप है कि हमारा भी नाम स्थानीय मतदाता सूची से बाहर किया गया है जबकि हमारा नाम किसी अन्य वार्डों में दर्ज नहीं है उसके बावजूद किस आधार पर किसके इशारे पर स्थानीय निवासियों का नाम मतदाता सूची से गायब किया जा रहा है इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए साथ ही इस मामले में शामिल लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाऐ, तथा आरोपीयों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए जिससे जिम्मेदार पद पर बैठे प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारियों की पहचान हो सकें जो अपने पदों का दुरूपयोग कर ऐसे कृत्य करते पाए जाते हैं।