रायपुर संभागायुक्त डाॅ. अलंग ने किया अनुविभागीय, तहसील व कलेक्ट्रेट कार्यालय का निरीक्षण समुचित रिकॉर्ड संधारण के निर्देश
रायपुर न्यूज/ संभागायुक्त डाॅ. संजय अलंग महासमुंद जिले दौरे पर रहे। उन्होंने सुबह महासमुंद विधानसभा क्षेत्र के 13 मतदान केन्द्रों का निरीक्षण कर जिले में चल रहे विशेष मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम की जानकारी ली। इसके पश्चात डाॅ. अलंग ने महासमुंद तहसील कार्यालय, अनुविभागीय राजस्व कार्यालय तथा कलेक्ट्रेट के विभिन्न शाखाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर आवश्यक निर्देश दिए। संभागायुक्त डाॅ. अलंग ने राजस्व अधिकारियों की बैठक के दौरान विभिन्न राजस्व प्रकरणों की समीक्षा करते हुए कहा कि सीमांकन, बंटाकन और अन्य प्रकरणों का समय-सीमा में निराकरण सुनिश्चित करें। ई-कोर्ट में दर्ज सभी प्रकरणों का भी निराकरण समय-सीमा में सुनिश्चित करें। जिन प्रकरणों में बंटाकन नक्शे में दर्ज नहीं हुआ है उसे पूर्ण किया जाए। डाॅ. अलंग ने कहा कि इसके लिए तहसीलदार आवश्यक रणनीति तैयार करते हुए जिस खसरे में ज्यादा बंटाकन है उसे प्राथमिकता देते हुए प्रकरणों का निराकरण सुनिश्चित करें। इसके लिए गांव वार सूची बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि नक्शा बंटाकन का कार्य इस वित्तीय वर्ष के पूर्व कर लिया जाए। साथ ही कहा कि ऐसे विवाद मुक्त ग्राम बनाएं जहां किसी तरह का राजस्व विवाद न हो।
डाॅ. अलंग ने स्वामित्व योजना के तृतीय चरण के स्थल सत्यापन की जानकारी लेते हुए सराहना की। कमिश्नर ने राजस्व अधिकारियों से कहा कि खसरा का निरंतर अद्यतन करते रहें। उन्होंने कहा कि हमें किसानों के लिए कार्य करना है। यह प्रयास करे कि किसानों को बार-बार पेशी में न आना पड़े। यह हमारा दायित्व है कि किसानों को सुविधाजनक स्थिति में लाएं। भू-राजस्व संहिता के अनुरूप त्वरित निराकरण करें। उन्होंने प्रक्रिया की जानकारी लेते हुए कहा कि यदि किसान आवेदन लेकर पहुंचे तो पहले मार्किंग करे उसके पश्चात अपने क्षेत्राधिकार के अंतर्गत कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने बैठक के दौरान राजस्व अधिकारियों के दायित्वों का बोध कराया।
इसके पूर्व डाॅ. अलंग ने अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय महासमुंद का निरीक्षण किया। इस दौरान कहा कि रिकॉर्ड का समुचित रख-रखाव व संधारण करें। कमिश्नर ने प्रकरणों की स्वयं जांच करते हुए आवश्यक मार्गदर्शन दिए। इसी तरह तहसील कार्यालय व उनके माल जमादार, कानूनगो, नकल शाखाओं मेें जाकर रिकॉर्ड का अवलोकन किया। वहीं कलेक्ट्रेट कार्यालय के रीडर, भू अभिलेख, खाद्य शाखा, स्थापना, नाजिर शाखाओं के रिकॉर्ड का बारीकी से अवलोकन किया और आवश्यक निर्देश दिए।