अब पक्का मकान, ढ़ाई एकड़ जमीन और मोटर-कार वाले कार्डधारियों को नहीं मिलेगा ‘फ्री राशन’, नए नियम जारी, गरीबों के राशन पर हाथ साफ करने वालों पर FIR के निर्देश….  

अब पक्का मकान, ढ़ाई एकड़ जमीन और मोटर-कार वाले कार्डधारियों को नहीं मिलेगा ‘फ्री राशन’, नए नियम जारी, गरीबों के राशन पर हाथ साफ करने वालों पर FIR के निर्देश….  

अब पक्का मकान, ढ़ाई एकड़ जमीन और मोटर-कार वाले कार्डधारियों को नहीं मिलेगा ‘फ्री राशन’, नए नियम जारी, गरीबों के राशन पर हाथ साफ करने वालों पर FIR के निर्देश….  


नई दिल्ली - रायपुर न्यूज / केंद्र सरकार ने उन राशन कार्डधारियों की खबर ली है, जो अपात्र होने के बावजूद फ्री राशन प्राप्त कर रहे है। सरकार ने साफ़ कर दिया है कि गरीबों के राशन पर हाथ साफ करने वालों के खिलाफ FIR दर्ज कर वैधानिक कार्यवाही की जाये। केंद्र सरकार ने तमाम राज्यों को दिशा-निर्देश जारी कर फ्री राशन कार्ड के नियमों से अवगत कराया है। दरअसल, देशभर में बड़े पैमाने पर मुफ्त राशन की कालाबाजारी हो रही है। ऐसे राज्यों में छत्तीसगढ़ का नाम शुमार है। प्रदेश में नान घोटाला (नागरिक आपूर्ति निगम) के सामने आने के बाद भी सरकारी राशन की अफरा-तफरी के मामलों में कोई कमी दर्ज नहीं की गई है। इसके चलते जहाँ गरीबों का हक़ मारा जा रहा है, वही कालाबाजारियों के हौसले बुलंद नजर आ रहे है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कोरोना काल हो या फिर सामान्य जनजीवन, तत्कालीन भूपे सरकार ने बड़े पैमाने पर चावल की अफरा-तफरी कर केंद्र सरकार को 5 हज़ार करोड़ से ज्यादा का चूना लगाया है। ED ने चावल घोटाले को लेकर दर्जनों कारोबारियों के खिलाफ छापामार कार्यवाही को भी अंजाम दिया था। 

ऐसा देखा जा रहा है कि राशन कार्ड का लाभ देश के पात्र व्यक्ति तो प्राप्त कर ही रहे है परंतु कुछ ऐसे परिवार भी है जो अपात्र होने के बावजूद भी गलत तरीके से अपना राशन कार्ड बनवा रहे हैं एवं सरकार के द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं का अनावश्यक फायदा उठा रहे हैं। इसी प्रकार की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार के द्वारा राशन कार्ड पर नए नियम प्रबंध किए गए हैं तथा पुराने नियमों में कुछ विशेष संशोधन किए गए ताकि राशन कार्ड का लाभ केवल जरूरतमंद व्यक्ति ही प्राप्त कर पाए। सूत्रों के मुताबिक एक रिपोर्ट के बाद केंद्र सरकार ने सख्त फैसला लेते हुए राज्यों को कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए है। नए नियमों के अनुसार अब कोई भी व्यक्ति गलत तरीके से अपना राशन कार्ड नहीं बनवा पाएगा इसके अलावा अगर कैसे भी करके वह अपना फर्जी राशन कार्ड बनवा भी लेता है तो नए नियम के अनुसार अब उसका राशन कार्ड निष्क्रिय करवा दिया जाएगा।

राशन कार्ड धारकों के लिए नए नियम लागू कर दिए गए है। इन नियमों के तहत जो व्यक्ति राशन कार्ड धारक है, उनके झूठे दस्तावेजों के संलग्नीकरण की जांच के बाद FIR भी दर्ज होगी। फ्री राशन के लिए लागू किए गए नए नियमों में खाद्यान्न लेने से पहले राशन कार्ड धारक को बायोमेट्रिक प्रक्रिया पूरी करनी होगी। अब राशन कार्ड धारक के लिए अपनी खाद्यान्न पर्ची निकलवाना जरूरी होगा। आवश्यकता अनुसार राशन कार्ड धारा के लिए अपने राशन कार्ड की केवाईसी करवानी होगी। राशन कार्ड धारक के लिए अपने राशन कार्ड में मोबाइल नंबर तथा आधार कार्ड लिंक करवाना जरूरी होगा। इसके अलावा उसके लिए अपने परिवार की सभी सदस्य के आधार कार्ड राशन कार्ड में ऐड करवाने होंगे।

बताया जाता है कि राशन कार्ड में नए खाद्यान्न संबंधी नियमों के पालन पर जोर दिया गया है। केंद्र सरकार द्वारा राशन कार्ड में खाद्यान्न संबंधी नियमों को अपडेट किया गया है। इसके अंतर्गत व्यक्तियों के लिए पिछले समय की तुलना में अधिक खाद्यान्न पदार्थों को जोड़ दिया गया है। नए नियम के अनुसार अब व्यक्ति गेहूं, चावल, तेल, शक्कर के साथ अन्य इत्यादि मसाले भी प्राप्त कर पाएंगे। बता दें की अतिरिक्त खाद्यान्नों पर कोई विशेष शुल्क भी नहीं लगेगा। नया राशन कार्ड बनवाने के लिए अब नियमों से छेड़छाड़ और झूठा आवेदन दाखिल करना उपभोगताओं को महंगा पड़ेगा। नए नियम के अनुसार दो हेक्टेयर या उससे अधिक जमीन वाले व्यक्ति का राशन कार्ड नहीं बनेगा। 

राशन कार्ड बनवाने के लिए व्यक्ति की आयु 18 वर्ष या उससे ऊपर की ही हो। राशन कार्ड बनवाने के लिए व्यक्ति परिवार का मुखिया होना चाहिए। आवेदक के पास से का मोबाइल नंबर तथा आधार कार्ड और बैंक का खाता होना चाहिए। आवेदक के परिवार में कोई भी व्यक्ति किसी सरकारी आय को प्राप्त न करता हो। ऐसे राशन कार्ड धारक व्यक्ति जो नए नियमों की जानकारी न होने पर निर्धारित नियमों का पालन नहीं करते हैं सरकार के द्वारा उनका राशन कार्ड निष्क्रिय कर दिया जाएगा इसके बाद उन्हें किसी भी प्रकार की सरकारी लाभ भी नहीं मिल पाएंगे। अगर आप भी चाहते हैं कि आपका राशन कार्ड सुरक्षित रहे तो इसके लिए आपको नए नियमों का पालन अनिवार्य रूप से करना जरूरी होगा।