छत्तीसगढ़ सराफा का प्रदेश स्तरीय संगठन का विवाद बढ़ता ही जा रहा है
छत्तीसगढ़ सराफा का प्रदेश स्तरीय संगठन का विवाद बढ़ता ही जा रहा है
छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन में प्रदेश के चंद जिले ही सदस्य हैं
*प्रदेश के कई जिले के सराफा संगठन या ज्वेलर्स वाले इस एसोसिएशन से नही जुड़े
रायपुर/बिलासपुर:- प्रदेश में इस समय प्रदेश स्तरीय सराफा संगठन के चुनाव को लेकर काफी चर्चा हो रही है 7 जनवरी को होने जा रहा चुनाव जिसकी जानकारी छत्तीसगढ़ के कई जिले के संगठन को पता ही नही और न ही वे इस एसोसिएशन के सदस्य हैं छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन प्रदेश स्तर पर चुनाव की बात करता रहा है लेकिन इस एसोसिएशन का प्रभाव रायपुर जिले से लगे क्षेत्र में ही है इस एसोसिएशन से बहुत से जिले एवम ब्लाक के जेवलर्स वाले नही जुड़े जबकि एसोसिएशन कहता है की वो छत्तीसगढ़ के ज्वेलर्स वाले इनसे जुड़े हुए है ।
छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन ने चुनाव को लेकर कोई अधिसूचना जारी नही की
छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन रायपुर ने 7 जनवरी को होने जा थे चुनाव को लेकर कोई अधिसूचना जारी नही की जिससे संगठन से जुड़े लोगों को इसकी जानकारी हो संगठन से जुड़े पदाधीकारीयो ने बिना मीटिंग किए चुनाव अधिकारी की नियुक्त कर दिया जबकि चुनाव की तारीख को लेकर मीटिंग की जाती है सर्वसमत्ती से चुनाव अधिकारी नियुक्त किया जाता लेकिन एसोसिएशन पारदर्शिता न दिखाते हुए अपने ही किसी सदस्य को चुनाव अधिकारी नियुक्त कर दिया ।
बिलासपुर सराफा एसोसिएशन कमल सोनी ने आपत्ति दर्ज कराई:
बिलासपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष कमल सोनी ने प्रदेश स्तरीय होने जा रहे हुनाव को लेकर अपनी आपत्ति जताई है उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन का प्रदेश स्तरीय चुनाव 7 जनवरी को चुनाव रखा गया लेकिन ये विधि अनुसार नही हो रहा है सिर्फ कुछ गिने चुने लोग इसमें अपना आधिपत्य जमा कर रखना चाहते हैं इसके अलावा कोई और इसमें अध्यक्ष नही बनता है कोई चुनाव लड़ाने की बात करता है तो उसे एसोसिएशन के पदाधिकारी सदस्यो की लिस्ट तक उपलब्ध नहीं कराते है एसोसिएशन का हिसाब किताब भी संदेह के दायरे में है
अब खबर आ रही है की 7 जनवरी को चुनाव नही मिलन समारोह जैसा कुछ होगा जिससे एसोसिएशन से जुड़े सदस्यो अनभिज्ञ हैं आखिर चुनाव हैं या कोई कार्यक्रम ?